पढ़ाई पर निगरानी चलता है जब हम कुछ भी तरीके से विचलित रहते हैं. यह अक्सर आता है जब हम कुछ भी थके हुए हैं.
पढ़ाई में से संतोष भंग करने की कई वजहें होती हैं, जैसे कि:
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- फोन का ध्वनि
- सामाजिक माध्यम
- अपने आपसे से
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पढ़ाई पर निगरानी बनाए रखने के लिए, हम बहुत सी चीज़ें कर सकते हैं:
* हर दिन|
* शांत जगह पर पढ़ाई में मन नहीं लगता पढ़ना
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- फोन बंद रखना
- सोशल मीडिया से दूरी बनाना
- रूचि रखने वाला विषयों का चयन करें।
- अपनी पढ़ाई को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें।
- गुरुओं से मदद लें जब आपको समझने में कठिनाई हो।
- बच्चों की रुचि के अनुसार विषय चुनें}
- खेलों के माध्यम से शिक्षा प्रदान करें
- उनकी क्षमताओं को पहचानें और प्रोत्साहित करें
- पुस्तकों का आनंद लेने के लिए एक मजेदार वातावरण बनाएँ
- अपने शिक्षा संबंधी उद्देश्यों को परिभाषित करें.
- एक समय-सारिणी तैयार करें
- अपने पढ़ाई के माहौल को सुखद बनाएँ.
होश पढ़ाई में नहीं लगता?
कभी-कभी ऐसा रहता है कि मन पढ़ाई में नहीं होता. जैसे हम किताबें पढ़ रहे हों, परंतु हमारा मन कहीं और घूम रहा हो. यह बहुत उत्तेजक बात है.
अगर आप भी ऐसा महसूस करते हैं, तो कुछ चीजें आजमा सकते हैं.
* पढ़ने से पहले थोड़ा अभ्यास करें.
* एक नया माहौल बनाएँ.
* अपने लक्ष्यों को याद रखें.
अध्ययन का उत्साह बढ़ाना सीखने को
छात्रों के लिए पढ़ाई में मनोबल बनाए रखना बहुत जरूरी है। जब छात्र पढ़ाई में रुचि नहीं रखते हैं, तो वे कम प्रयास करते हैं और अच्छी अंक प्राप्त करने में कठिनाई महसूस करते हैं। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है जैसे कि विषय का बोझ, पढ़ने की तकनीक की कमी या परीक्षा के दबाव।
एक छात्र को पढ़ाई में मनोबल बढ़ाने के लिए कई तरीके काम करते हैं । उनमें से एक है कि वे अपने अध्ययन उद्देश्य निर्धारित करें और उन्हें हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करें। जब छात्र अपनी पढ़ाई में प्रगति देखते हैं, तो उनका उत्साह बढ़ता है और वे अधिक जानने को मजबूर महसूस करते हैं।
पढ़ाई का माहौल भी बहुत महत्वपूर्ण होता है ।
छात्रों को एक शांत, व्यवस्थित और ध्यान केंद्रित करने वाला स्थान चाहिए जहाँ वे बिना किसी रुकावट के पढ़ सकें।
बच्चों में पढ़ाई में रूचि कैसे जगाएं?
पढ़ाई बच्चे के जीवन का एक महत्वपूर्ण भाग है। लेकिन बच्चों को पढ़ाई में रुचि नहीं हो पाना एक आम समस्या है। इसके लिए कई बार शिक्षण पद्धतियाँ, पढ़ने की आदतें या शैक्षिक सामग्री उपयुक्त न हो सकती हैं। बच्चों को पढ़ाई में रुचि जगाने के लिए माता-पिता और शिक्षकों को कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए।
यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि बच्चों को पढ़ाई में रुचि जगाने में धैर्य और प्यार की आवश्यकता होती है।
<पढ़ाई के लिए मूड बनाएं>
एक अच्छा मूड/मनोबल/अवस्था पढ़ाई में बहुत महत्व रखता है। जब आपका हुआ/होना/नज़र आता अच्छा होता है तो आपको पढ़ाई में रुचि/लग्न/जुनून रहता है और आप तेजी से सीख सकते हैं। अगर आपका पढ़ाई में मूड/मनोबल/अवस्था खराब है/होता/नज़र आ रहा, तो कुछ तरहें/करने वाली चीजें/उपाय आपके लिए काम कर सकती हैं:
* धूप/तरीका/व्यवस्था में समय बिताएं।
* शांत/चुस्त/मनोरम जगह पर पढ़ाई करें।
* कुछ/सब कुछ/हर चीज़ पढ़ने के बाद थोड़ा ब्रेक लें।
पढ़ाई में उत्साह कैसे लाएँ?
यहाँ कुछ तरीकों हैं जो आपको पढ़ाई में मनोवैज्ञानिक रूप से सक्रिय रखने में मदद कर सकते हैं:
यह महत्वपूर्ण है कि हर किसी की सीखने का तरीका अलग-अलग होता है. आपके किस प्रकार की पढ़ाई में सफलता मिलती है यह जानें
ध्यान केंद्रित करना और संयमकभी हार न मानें.